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स्मार्ट मीटर लगा, बिल फटा – 207 से सीधे 37,195! "लोग बोले: ये लूट नहीं तो क्या है?"

गुना, लक्ष्मीनगर:

जिस मीटर को ‘स्मार्ट’ कहकर बिजली कंपनी ने घर-घर लगाया, वो अब लोगों की कमर तोड़ रहा है। पिछले महीने सिर्फ 207 रुपए का बिल भरने वाले कुलदीप ओझा का इस महीने का बिल सीधे 37,195 रुपए पहुंच गया। यह अकेला मामला नहीं है – लक्ष्मीनगर, सरस्वती नगर और सकतपुर कॉलोनी में सैकड़ों परिवार हजारों रुपए के बिल लेकर हैरान-परेशान हैं।

जहां कुछ दिन पहले तक इन इलाकों में 200-500 रुपए तक बिल आते थे, वहीं अब 8,000 से लेकर 37,000 रुपए तक के बिल थमाए जा रहे हैं – और वो भी साधारण परिवारों को। अभिषेक चंदेल, जिनकी मासिक आय महज 8,000 रुपए है, उन्हें 13,500 रुपए का बिल पकड़ा दिया गया। उनका सवाल सीधा है – "जब पहले 137 रुपए का बिल आया था, तो अब इतनी खपत कैसे बढ़ गई?"

विरोध तेज – 7 दिन में समाधान नहीं मिला तो मीटर फाड़कर जमा कराएंगे

लोगों का गुस्सा अब सड़कों पर उतर चुका है। सैकड़ों उपभोक्ता बिजली कार्यालय पहुंचे और दो टूक चेतावनी दी – 7 दिन में समाधान नहीं हुआ, तो ये मीटर निकालकर कार्यालय में जमा करा देंगे।
सुरेश जैन, जिनका बिल 400-500 रुपए से सीधे 8500 रुपए हो गया, कहते हैं – “हम मध्यम वर्ग के लोग हैं, इतना बिल भरना हमारे बस की बात नहीं है।”

"मीटर सही निकला, तो बिल भरना ही पड़ेगा" – अधिकारियों का रवैया सख्त

जब लोग शिकायत लेकर बिजली दफ्तर पहुंचे तो अधिकारी का जवाब था – “मीटर चेक कराए जाएंगे, अगर सही निकले तो पूरा बिल देना ही होगा।” अब सवाल ये है – अगर मीटर सही बताए गए, तो आम जनता ये भारी-भरकम बिल कैसे भरेगी?

एक बल्ब और पंखे का 2700 रुपए बिल!

तीज वाई ओझा नाम की उपभोक्ता का कहना है – “हमारे घर में सिर्फ एक पंखा और एक बल्ब है, फिर भी 2700 रुपए का बिल आया है। इससे पहले दो महीने में कुल मिलाकर 500 रुपए का बिल आया था।”


👉 अब जनता की मांग है –

  • पुराने मीटर फिर से लगाए जाएं

  • मीटर चेकिंग पारदर्शी तरीके से हो

  • मध्यमवर्गीय परिवारों पर आर्थिक बोझ न थोपा जाए

  • 7 दिन में समाधान नहीं तो उग्र आंदोलन


 क्या स्मार्ट मीटर के नाम पर जनता को 'स्मार्ट ठगी' में फंसाया जा रहा है?
 गुना की सड़कों पर अब सिर्फ मीटर नहीं, भरोसे की बिजली भी जल रही है।

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