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12 साल बाद घर लौटा बेटा: गुना पुलिस ने हरिद्वार से दस्तयाब किया लापता युवक,माता-पिता की आंखों से छलके खुशी के आंसू

 12 साल बाद घर लौटा बेटा: गुना पुलिस ने हरिद्वार से दस्तयाब किया लापता युवक, माता-पिता की आंखों से छलके खुशी के आंसू

गुना। रिपोर्ट कैलाश कुशवाह 
गुना पुलिस अधीक्षक श्री अंकित सोनी के निर्देशन में चलाए जा रहे "अपहृत व गुमशुदा नाबालिगों की दस्तयाबी अभियान" के तहत एक बड़ा और भावुक कर देने वाला मामला सामने आया है। जिले के विजयपुर थाना क्षेत्र से वर्ष 2012 में लापता हुआ एक नाबालिग युवक आखिरकार 12 साल बाद उत्तराखंड के हरिद्वार में तलाश लिया गया।

यह कार्यवाही अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री मान सिंह ठाकुर के मार्गदर्शन एवं एसडीओपी राघौगढ़ श्रीमती दीपा डोडवे के नेतृत्व में विजयपुर थाना पुलिस द्वारा की गई।


हरिद्वार के होटल में मिला युवक, 12 साल की तलाश हुई पूरी

ग्राम पाडरखेड़ी निवासी राम सिंह लोधा ने 19 दिसंबर 2012 को विजयपुर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उनका 14 वर्षीय बेटा बिना बताए घर से लापता हो गया है। पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज कर मामला जांच में लिया और अपहरण की धारा 363 के तहत प्रकरण पंजीबद्ध किया। हालांकि युवक की बरामदी में वर्षों तक सफलता नहीं मिल सकी।

गुना पुलिस अधीक्षक द्वारा युवक की दस्तयाबी हेतु ₹5,000 का इनाम भी घोषित किया गया था।

नवागत एसपी की सख्ती लाई रंग, हरिद्वार से मिला सुराग

नए पुलिस अधीक्षक श्री अंकित सोनी ने आते ही पुराने लंबित प्रकरणों की समीक्षा की और विजयपुर थाने के इस केस को विशेष प्राथमिकता दी। उन्होंने एसडीओपी श्रीमती दीपा डोडवे को हर संभव प्रयास कर युवक को दस्तयाब करने के निर्देश दिए।

मुखबिर से सूचना मिली कि एक युवक हरिद्वार के "हरिगंगा होटल" में कार्यरत है, जो लापता युवक से मिलता-जुलता है। सूचना मिलते ही पुलिस टीम हरिद्वार पहुंची और युवक को पहचान कर दस्तयाब कर लिया गया।

राजेश ने खुद बताई वजह – पढ़ाई में कमजोर था, पिताजी की डांट से नाराज होकर भाग गया था

अब 27 वर्षीय युवक राजेश लोधा ने पुलिस को बताया कि वह पढ़ाई में कमजोर था और पिताजी की डांट से नाराज होकर घर छोड़ दिया था। तब से वह हरिद्वार में होटलों पर काम कर रहा था और परिवार से संपर्क नहीं किया।

मिलन का भावुक क्षण: 12 साल बाद बेटे को देख माता-पिता हुए भावुक

जब पुलिस युवक को लेकर गांव पहुंची, तो उसके वृद्ध माता-पिता व परिजन भावुक हो उठे। उन्होंने कहा – "जैसे भगवान श्रीराम 14 वर्षों बाद अयोध्या लौटे, वैसे ही हमारा बेटा 12 वर्षों बाद घर लौटा है। यह हमारे लिए किसी चमत्कार से कम नहीं। गुना पुलिस का हम ह्रदय से धन्यवाद करते हैं।"

पुलिस टीम को मिलेगा पुरस्कार

इस उल्लेखनीय कार्यवाही में एसडीओपी श्रीमती दीपा डोडवे, विजयपुर थाना प्रभारी कृपाल सिंह परिहार, सउनि हरिचरण मीणा, आरक्षक अनिल धाकड़ और आरक्षक जगदीश सिंह तोमर की अहम भूमिका रही। पुलिस अधीक्षक द्वारा पूरी टीम को इनाम से पुरस्कृत किया जाएगा।


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