गुना। जिले में फरार और इनामी अपराधियों की धरपकड़ के अभियान के तहत पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली है। 30 हजार रुपये के इनामी मोहर सिंह पारधी और 5 हजार के इनामी महेंद्र पारधी को पुलिस ने गड़ला के जंगल से घेराबंदी कर गिरफ्तार किया। दोनों आरोपी हत्या, लूट, डकैती, बलवा और मारपीट जैसे गंभीर अपराधों में लंबे समय से वांछित थे।
जंगल में हुई मुठभेड़, पुलिस पर चलाई गोली
20 मई 2025 को मुखबिर से सूचना मिली कि मोस्ट वांटेड अपराधी मोहर सिंह पारधी और महेंद्र पारधी गड़ला के जंगल में छिपे हुए हैं। पुलिस अधीक्षक अंकित सोनी के निर्देश पर SDOP दीपा डोडवे के नेतृत्व में कैंट और धरनावदा थाना की संयुक्त टीम बनाई गई। जंगल में सर्चिंग के दौरान हलचल होते ही पुलिस ने चेतावनी दी, तभी झाड़ियों से आवाज आई—“मोहर सिंह दादा, पुलिस आ गई है, गोली मार दो”—और उधर से फायरिंग शुरू हो गई। जवाबी फायर में आरोपी भागने लगे, लेकिन पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया।
बरामद हथियार और गोला-बारूद
गिरफ्तारी के बाद तलाशी में मोहर सिंह पारधी के पास से 12 बोर की दोनाली बंदूक, दो चले हुए खोखे और दो जिंदा राउंड बरामद किए गए।
गंभीर आपराधिक रिकॉर्ड
- मोहर सिंह पारधी पर हत्या, हत्या का प्रयास, लूट, डकैती, मारपीट जैसे 50 से अधिक अपराध दर्ज हैं।
- उस पर 4 स्थायी गिरफ्तारी वारंट लंबित हैं और उस पर ₹30,000 का इनाम घोषित था।
- महेंद्र पारधी पर 24 गंभीर अपराध जैसे हत्या, बलवा और मारपीट दर्ज हैं।
- आरोपी मोहर सिंह 2018 से और महेंद्र पारधी 2015 से फरार थे।
पंजीबद्ध अपराध
- मोहर सिंह पारधी के खिलाफ:
- थाना कैंट: अप.क्र. 527/25
- थाना कोतवाली: अप.क्र. 85/25
- थाना मांधाता, जिला खंडवा: अप.क्र. 353/24
- महेंद्र पारधी के खिलाफ:
- थाना धरनावदा: अप.क्र. 173/24
पुलिस टीम की सराहनीय भूमिका
इस सफल कार्रवाई में थाना प्रभारी अनूप भार्गव (कैंट), प्रभात कटारे (धरनावदा), उपनिरीक्षक रविनंदन शर्मा, प्रधान आरक्षक दीपक त्रिपाठी, देवेंद्र पाल सिकरवार, आरक्षक रघुकुल मिश्रा, सत्येंद्र गुर्जर, राकेश गुर्जर, धर्मेंद्र धाकड़, अर्जुन यादव, विनोद धाकड़, मयंक गोस्वामी और नीलेश रघुवंशी की मुख्य भूमिका रही।
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