गुना (मध्यप्रदेश), रिपोर्ट कैलाश कुशवाह
गुना शहर के बूढ़े बालाजी क्षेत्र में एक युवक की फांसी लगाकर संदिग्ध मौत ने आत्महत्या के बजाय हत्या की आशंका को जन्म दे दिया है। मृतक की पत्नी ने अपने देवर और उसके साथियों पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि यह खुदकुशी नहीं, बल्कि एक पूर्व नियोजित हत्या हो सकती है।
घटना का विवरण
मूल रूप से शिवपुरी जिले के सजाई गांव निवासी 35 वर्षीय हरवीर सिंह चंदेल बीते तीन महीनों से गुना के हरीपुर रोड क्षेत्र में किराए के मकान में पत्नी के साथ रह रहे थे। गुरुवार सुबह जब हरवीर घर से बाहर नहीं निकले तो पड़ोसियों को संदेह हुआ।
रिश्तेदारों की मदद से जब घर का दरवाजा खोला गया, तो हरवीर कुर्सी पर मृत अवस्था में गले में फंदा लगाए मिले। कमरे में लगे वेंटीलेशन से रस्सी बांधी गई थी और मृतक का एक पैर जला हुआ था, जिससे मामला और संदिग्ध हो गया।
पत्नी ने जताई हत्या की आशंका
हरवीर की पत्नी भुरिया बाई उस समय बांसखेड़ी गांव में थीं। उनका कहना है कि घटना से पहले हरवीर ने फोन पर बताया था कि छोटे भाई और उसके साथियों ने गुना आकर मारपीट की और जान से मारने की धमकी दी।
उन्होंने यह भी बताया कि हरवीर मारपीट के बाद खुद बांसखेड़ी पहुंचा था और तनाव में था। लेकिन जब भुरिया वापस गुना पहुंचीं तो पति मृत अवस्था में मिले। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा, “यह आत्महत्या नहीं हो सकती, यह सोची-समझी हत्या है।”
जमीनी विवाद को बताया कारण
परिवार वालों का कहना है कि गांव में स्थित तीन बीघा जमीन को लेकर लंबे समय से भाईयों के बीच विवाद चल रहा था। इसी तनाव के कारण हरवीर और उसकी पत्नी गांव छोड़कर गुना शहर में रहने लगे थे।
मृतक की पत्नी का मानना है कि जमीन के इसी विवाद के चलते देवर ने अपने साथियों के साथ मिलकर हत्या की योजना बनाई।
पुलिस ने शुरू की जांच
मामले की सूचना पर शहर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और मर्ग कायम कर शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेजा गया।
पुलिस ने प्राथमिक तौर पर मामला आत्महत्या का माना है, लेकिन परिजनों के आरोपों के बाद हत्या की आशंका को ध्यान में रखते हुए गंभीरता से जांच शुरू कर दी है।
फिलहाल पोस्टमार्टम रिपोर्ट और कॉल डिटेल्स की जांच के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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